लेकिन परफ्यूम शरीर से निकलने वाले पसीने पर कोई खास काम नहीं करता है.
डियोड्रेंट में मौजूद एंटी-पर्सपिरेंट पसीने को निकलने से रोकते हैं.
परफ्यूम को कभी भी सीधा स्किन पर नहीं लगाना चाहिए. हमेशा उसका छिड़काव बालों पर या फिर कपड़ों पर करना चाहिए.
डियोड्रेंट को नहाने के 5 मिनट पर बाद बॉडी पर लगाना चाहिए.
परफ्यूम की कीमत डियोड्रेंट से कई गुना अधिक होती है.
आप जब भी बाहर जाएं तो परफ्यूम और डियोड्रेंट जरूर लगाएं.
अगर आपने परफ्यूम या डियो लगाया होगा तो इससे आपके आस-पास खड़े लोग भी फ्रेश महसूस करेंगे.
अक्सर देखा जाता है कि परफ्यूम और डियो को लेकर लोग काफी कंफ्यूज रहते हैं. जबकि दोनों ही खुशबू के लिए जाने जाते हैं.
परफ्यूम और डियो बेशक खुशबू के लिए जाने जाते हैं, लेकिन दोनों बहुत अलग हैं. परफ्यूम में जहां 25% परफ्यूम एसेंस और EDP में सबसे ज्यादा परफ्यूम एसेंस होता है जबकि EDC या Eau De Fraîche में परफ्यूम एसेंस सबसे कम होता है.
डियोड्रेंट में परफ्यूम एसेंस की मात्रा महज 1-2% तक ही होती है. यही कारण है कि डियोड्रेंट की खुशबू देर तक टिकाऊ नहीं होती है. अगर आप भी देर तक टिकने वाली खुशबू चाहते हैं तो परफ्यूम का इस्तेमाल करें.
लंबे समय तक चलने के मामले में परफ्यूम डियो से बेहतर है. परफ्यूम की बोतल 1 से 2 महीने चल जाती है. वहीं डियोड्रेंट की शीशी 100-150ML होती है और महज चंद घंटों तक ही उसकी खुशबू रहती है.