क्रिप्टोकरेंसी एक तरह का वित्तीय लेन-देन का तरीका है।
जैसे भारत में लेन-देन के लिए रुपये का और अमेरिका में डॉलर का उपयोग होता है, उसी तरह क्रिप्टोकरेंसी का इस्तमाल भी लेन-देन में किया जाता है।
अंतर बस इतना है रुपये, डॉलर जैसी मुद्रा को देखा या स्पर्श किया जा सकता है, परंतु क्रिप्टोकरेंसी को आप न ही देख सकते हैं न ही छू सकते है। इसलिए इसे डिजिटल करेंसी भी कहा जाता है।