शनि ग्रह की धुरी का टेढ़े होना शुरु से ही वैज्ञानिकों को परेशान किए हुए था.
वैज्ञानिकों ने शनि की धुरी में बदलाव का जिम्मेदार उसके चंद्रमाओं को बताया है.
शनि के उपग्रहों के विस्थापन के कारण ही उसकी धुरी का झुकाव हुआ है.
अनुमान है कि अगले कुछ अरब सालों में यह झुकाव और बढ़ेगा
इसके लिए सबसे बड़ा जिम्मेदार शनि का सबसे बड़ा चंद्रमा टाइटन ही है.
टाइटन और शनि के दूसरे चंद्रमा धीरे-धीरे उससे दूर जा रहे हैं.
यह विस्थापन उम्मीद से कहीं ज्यादा तेज है, जिससे शनि की धुरी पर असर हो रहा है.
ये उपग्रह जितनी ज्यादा दूर जाते हैं धुरी और ज्यादा झुकती चली जाती है.
यह रेजोनेंस प्रक्रिया के कारण हुआ है जो नेप्च्यून की कक्षा से अंतरक्रिया से हो रही है.