इसबगोल पेट के अल्सर, एसिडिटी, कोलाइटिस के साथ पाचन से जुड़ी अन्य दिक्कतों से भी राहत दिलाता है। जानिए यह मुंह के छालों से राहत दिलाने में किस तरह से मददगार है?
यह प्लांटागो ओवाटा नाम के पौधे से निकलने वाला बीज होता है। इसमें फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है और कोलेस्ट्रॉल नहीं होता। यह पेचिस, कब्ज, दस्त, मोटापा, डिहाइड्रेशन, डायबिटीज जैसे रोगों से छुटकारा दिलाने में कारगर है।
ईसबगोल का परिचय
एक गिलास गर्म दूध में दो चम्मच ईसबगोल मिलाकर रात को सोने से पहले पिएं। ईसबगोल में घुलनशील और अघुलनशील फाइबर होते हैं। यह पेट को ठंडा करता है और छालों से राहत दिलाता है।
एक चम्मच त्रिफला पाउडर में दो चम्मच ईसबगोल की भूसी मिलाएं। इसे रात को सोने से पहले गर्म पानी के साथ लें। इससे अच्छे से पेट साफ होता है।
पेट साफ करे
इस समस्या से निजात पाने के लिए ईसबगोल को पानी के साथ मिलाकर खाएं। ऐसा खाने के एक घंटे बाद करें। इससे आंतों की मांसपेशियां गतिशील बनती हैं और मल मुलायम होता है।
कब्ज से राहत
पेट ठीक से साफ ना होने से कई बार मोटापा बढ़ने लगता है। इससे बचने से ईसबगोल का सेवन करें। इससे पेट साफ होता है और इस तरह यह वजन कम करने में भी कारगर है।
वजन घटाए
ईसबगोल का सेवन करने से मल में पानी की मात्रा बढ़ती है और वह नरम बनता है। इसके सेवन से मलत्याग करने में आसानी होती है और दर्द से राहत मिलती है।
बवासीर का इलाज
डायरिया से राहत पाने के लिए ईसबगोल की भूसी को दही के साथ खाएं। दही में प्रोबायोटिक गुण होते हैं जो संक्रमण को जल्दी ठीक करते हैं।
डायरिया का इलाज
पेट में मरोड़ व सूजन
भूख में कमी
पेट में भारीपन लगना
नुकसान
: गर्भावस्था में इसका सेवन डॉक्टर की सलाह पर करें।
: तीन साल से कम उम्र के बच्चों को ना खिलाएं।
: इसे सीधे ना निगलें।
सावधानियां
स्मार्टफोन का करो सही इस्तेमाल और बिना किसी इन्वेस्टमेंट के कमाओ हज़ारो रूपये हर रोज