Success Story: 10वीं में केवल 44 प्रतिशत, 13 बार मिली नाकामयाबी लेकिन नहीं मानी हार; आखिरकार बन गए IAS अधिकारी

News Desk
By News Desk  - Editor

बहुत से लोग मानते हैं कि असफल होने के बाद हार नहीं मानना ​​महत्वपूर्ण है। यदि आप दृढ़ रहें, तो आप निश्चित रूप से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे। सफल लोग अंत तक लड़ते हैं। यह एक आईएएस अधिकारी की कहानी है जिसने लोगों का दिल जीता है। किसी व्यक्ति की मानसिकता कितनी भी मजबूत क्यों न हो, किसी कार्य में बार-बार असफल होने पर वह निराश हो सकता है।हालांकि आईएएस अधिकारी अवनीश शरण ने 10-12 बार फेल होने के बाद भी हार नहीं मानी।

बहुत बार मिली असफलता पर नहीं मानी हार

अवनीश शरण 13 बार फेल हो चुके हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उन्होंने हार मान ली। उन्होंने भी 10वीं के एग्जाम में सिर्फ 44 फीसदी ही हासिल किया था। वर्षों तक प्रयास करने के बाद आखिरकार उन्होंने वह सफलता हासिल कर ली जिसका उन्होंने हमेशा से सपना देखा था। वह अपने दूसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास करने में सफल रहे और अब उन्हें एक आईएएस अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है।आईएएस अवनीश शरण ने अपनी सफलता की कहानी को सोशल मीडिया के जरिये लोगों के साथ शेयर किया है।

आईएएस अधिकारी अवनीश शरण ने बता दिया है कि वह कई बार परीक्षाओं में फेल हो चुके हैं। उनका यह ट्वीट हाल ही में सामने आने के बाद से ही ज्यादा से ज्यादा Viral हो रहा है। आईएएस अधिकारी का ट्वीट बेहद प्रेरणादायक है। यह ट्वीट उन लोगों के लिए एकदम सही है जो संघर्ष कर रहे हैं, क्योंकि यह सफल होने का एक प्रेरणादायी तरीका प्रदान करता है। अवनीश शरण ने अपने ट्वीट में बताया कि वह 13 बार फेल हो चुके हैं. उसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और उनमे यूपीएससी परीक्षा को क्रैक करने की हिम्मत ज्यों की त्यों थी।

IAS avnish sharan
Success Story: 10वीं में केवल 44 प्रतिशत, 13 बार मिली नाकामयाबी लेकिन नहीं मानी हार; आखिरकार बन गए IAS अधिकारी

10वीं में हासिल कर पाए मात्र 44 फ़ीसदी अंक

आईएएस अधिकारी के ट्वीट के मुताबिक, 10वीं की परीक्षा में उसने 100 में से 44 फीसदी अंक ही हासिल किए. इसके बाद उन्होंने 12वीं में 65 फीसदी और ग्रेजुएशन में 60 फीसदी अंक हासिल किया। इसके बाद वह सीडीएस और सीपीएफ में अपने प्रयासों में विफल रहे। राज्य लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा में वह 10 से अधिक बार विफल रहे। इसके बाद वे पहले प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा भी पास नहीं कर पाए और इंटरव्यू में फेल हो गए। लेकिन दूसरे प्रयास में वो यूपीएससी परीक्षा को पास करने में सफल रहे, और उस समय उनकी आल इंडिया रैंक 77 थी।

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