भारत में ऐसे कई किले और रहस्यमयी जगहें हैं जो अपने इतिहास के लिए प्रसिद्द हैं। ऐसा ही एक किला है रायसेन का किला। यह किला कई कारणों से विख्यात है। कहा जाता है कि एमपी के रायसेन किले में एक प्राचीन मंदिर में भगवान शिव सालों से कैद हैं। लेकिन नई पीढ़ी को इस मंदिर के इतिहास के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, ऐसे में लोग जानना चाहते हैं कि आखिर भगवान शिव के मंदिर पर ताला क्यों लगा है? इस मंदिर का ताला सिर्फ महाशिवरात्रि के दिन 12 घंटे के लिए खुलता है। 11वीं शताब्दी के आस-पास बने इस किले पर कुल 14 बार अलग-अलग राजाओं और शासकों ने हमले किए। रायसेन का किला 1500 फीट ऊंची पहाड़ी पर दस वर्ग किमी में फैला है। इतिहासकारों के अनुसार रायसेन किला का निर्माण एक हजार ईसा पूर्व किया गया है।

क्या है शिव मंदिर का रहस्य
इस किले के परिसर में एक मंदिर है, जो एक साल में सिर्फ एक बार ही शिवरात्रि के दिन खुलता है। बाकी के दिनों में मंदिर पर ताला लगा होता है। मंदिर का नाम सोमेश्वर धाम है। मंदिर के प्रति आसपास के श्रद्धालुओं में बड़ी आस्था है। यह मंदिर पुरातत्व विभाग के अधीन है। 1974 में नगर के लोगों ने एकजुट होकर मंदिर खोलने की मांग की थी। साथ ही यहां स्थित शिवलिंग की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए आंदोलन किया था। उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाशचंद्र सेठी ने महाशिवरात्रि पर खुद आकर शिवलिंग की प्राण-प्रतिष्ठा कराई थी। तब से हर महाशिवरात्रि पर मंदिर का ताला श्रद्धालुओं के लिए केवल 12 घंटे के लिए खोला जाता है। इसके साथ ही यहां विशाल मेले का भी आयोजन किया जाता है।
राजा ने क्यों काटा था रानी का गला
रायसेन का इतिहास बताता है कि दिल्ली के शासक शेरशाह सूरी ने किले की चार महिने तक घेराबंदी की लेकिन उसके के बाद भी इस किले को जीत नहीं पाया था। इस किले को जीतने के लिए 15वीं सदी में शेरशाह सूरी ने सिक्कों को गलवा कर तोपें बनवाई थीं। मालवा की पूर्वी सीमा पर स्थित इस किले को जीतने के लिए शेरशाह ने फिर धोखे का सहारा लिया था। कहा जाता है कि तब राजा पूरणमल का राज इस किले पर था। वह शेरशाह के धोखे का शिकार हुए थे। राजा पूरणमल को मालूम पड़ा कि वह धोखे का शिकार हो गए हैं, तो उन्होंने अपनी पत्नी रत्नावली का स्वयं सिर काट दिया था, जिससे वह शत्रुओं के हाथ न लगे।
आज, रायसेन किला भोपाल का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहाँ आने वाले पर्यटक किले की शानदार वास्तुकला, इतिहास, और रहस्यमय कहानियों का आनंद लेते हैं। किले के आस-पास कई अन्य पर्यटन स्थल भी हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।